Hindi Rekha chitra Aur Sansmaran | हिंदी रेखा चित्र एवं संस्मरण
Hindi Rekha chitra | हिंदी रेखा चित्र : जब शब्दों के माध्यम से किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व को उभारा जाता है तब उस रचना को रेखाचित्र कहा जाता है।
रेखाचित्र अंग्रेजी के “स्केच” शब्द का अनुवाद है। जिस प्रकार चित्रकला में भी बिना रंगों का प्रयोग किए हुए रेखाओं से रेखाचित्र निर्मित किए जाते हैं उसी प्रकार रेखा चित्र में भी शब्दों के माध्यम से व्यक्ति के व्यक्तित्व को निखार आ जाता है।
डॉ. गोविंद त्रिगुणायत के शब्दों में-
“रेखा चित्र वस्तु, व्यक्ति अथवा घटना का शब्दों द्वारा विनिर्मित वह मर्मस्पर्शी और भावमय रूप विधान है जिसमें कलाकार का संवेदनशील हृदय और उसकी सूक्ष्म पर्यवेक्षण दृष्टि अपना निजीपन उड़ेल कर
प्राण प्रतिष्ठा कर देती है।”
Hindi Sansmaran | हिंदी संस्मरण : रेखा चित्र से मिलती जुलती विद्या संस्मरण है जिसके लिए अंग्रेजी शब्द “ममोयर्स” है । स्मृतियों के आधार पर किसी विशेष व्यक्ति या विषय के बारे में लिखा गया आलेख संस्मरण कहलाता है
Hindi Rekha chitra Aur Sansmaran | हिंदी रेखा चित्र एवं संस्मरण में अंतर
हिंदी रेखा चित्र एवं संस्मरण में अंतर इसप्रकार से है :
- संस्मरण और रेखाचित्र में विभाजक रेखा खींच पाना कठिन है फिर भी संस्मरण विवरणात्मक होते हैं और रेखाचित्र रेखात्मक होते हैं। उनमें इतिवृत्त की प्रधानता नहीं होती।
- रेखा चित्रों में सूक्ष्म तथ्य रहते हैं । घटनाओं का विवरण नहीं दिया जाता।
- रेखा चित्रों में वस्तुपरक दृष्टिकोण की प्रधानता रहती है जबकि संस्मरण आत्मक रचना है।
- संस्मरण रेखाचित्र प्राय: घुल मिल गए हैं।
- कोई साहित्यकार यह सोचकर नहीं लिखता कि वह संस्मरण लिख रहा है या रेखाचित्र।
- सरस्वती पत्रिका के माध्यम से संस्मरण अस्तित्व में आया।
हरवंश लाल शर्मा ने पंडित पदम सिंह शर्मा को संस्मरण रेखाचित्र का जनक माना है।
Hindi Rekha chitra Aur Sansmaran | प्रमुख हिंदी रेखा चित्र एवं संस्मरण
Hindi Rekha chitra Aur Sansmaran | प्रमुख हिंदी रेखा चित्र एवं संस्मरण निम्नानुसार है :
सूची – I
लेखक | प्रमुख संस्मरण और रेखाचित्र |
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महावीर प्रसाद द्विवेदी | अनुमोदन का अंत – 1905 सभा की सभ्यता – 1960 विज्ञानाचार्य बसु का विज्ञान मंदिर – 1918 |
बालमुकुंद गुप्त | हरिऔध जी के संस्मरण |
पदम सिंह शर्मा | पदम पराग 1928 |
श्रीराम शर्मा | सन बयालीस के संस्मरण – 1948 बोलती प्रतिमा – 1937 |
महादेव वर्मा | पथ के साथी – 1956 अतीत के चलचित्र – 1941 स्मृति की रेखाएं – 1943 |
बनारसीदास चतुर्वेदी | संस्मरण हमारे आराध्य -1952 |
घनश्याम दास बिड़ला | बापू – 1940 |
रामनरेश त्रिपाठी | तीन दिन: मालवीय जी के साथ |
मन्मथ नाथ गुप्त | क्रांति युग के संस्मरण – 1937 |
शिवपूजन सहाय | वे दिन वे लोग – 1965 |
सेठ गोविंद दास | स्मृति का कण |
विष्णु प्रभाकर | जाने अनजाने |
माखनलाल चतुर्वेदी | समय के पांव |
सूची – II
लेखक | प्रमुख संस्मरण और रेखाचित्र |
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कन्हैयालाल मिश्र प्रभाकर | भूले हुए चेहरे जिंदगी मुस्कुराई |
काका कालेलकर | गांधी संस्मरण और विचार 1968 |
अजीत कुमार ओंकार नाथ श्रीवास्तव | बच्चन निकट से – 1968 |
रामधारी सिंह दिनकर | संस्मरण और श्रद्धांजलियां – 1969 |
लक्ष्मीनारायण सुधांशु | व्यक्तित्व की झांकियां – 1970 |
रामदरश मिश्र | स्मृतियों के छंद अपने-अपने रास्ते एक दुनिया अपनी |
रवींद्र कालिया | सृजन के सहयात्री |
विष्णु चंद शर्मा | अभिन्न |
बिंदूअग्रवाल | यादें और बातें |
पद्मा सचदेव | अमराई – 2000 |
राजेंद्र यादव | वे देवता नहीं है – 2000 |
देवेंद्र सत्यार्थी | यादों के काफिले – 2000 |
विश्वनाथ प्रसाद तिवारी | एक नाव के यात्री – 2001 |
नरेश मेहता | पद दक्षिणा अपने समय की – 2001 |
विद्यानिवास मिश्र | चिड़िया रैन बसेरा – 2002 |
सूची – III
लेखक | प्रमुख संस्मरण और रेखाचित्र |
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मनोहर श्याम जोशी | लखनऊ मेरा लखनऊ |
रघुवीर सहाय | रचनाओं के बहाने |
कृष्ण बिहारी मिश्र | नेह के नाते अनेक |
विवेकी राय | आंगन के बंदनवार |
मधुरेश | यह जो आईना है – 2006 |
काशीनाथ सिंह | काशी का अस्सी – 2002 घर का जोगी जोगड़ा – 2006 अच्छे दिन पाछे गए – 2004 |
कांति कुमार जैन | तुम्हारा परसाई – 2004 जो कहूंगा सच कहूंगा – 2006 अब तो बात फैल गई – 2007 बैकुंठपुर में बचपन – 2010 |
विश्वनाथ त्रिपाठी | नंगा तलाई का गांव – 2004 |
अमरकांत | कुछ यादें कुछ बातें – 2008 |
निर्मला जैन | हिंदी शहर दर शहर – 2009 |
मुद्राराक्षस | कालातीत – 2009 |
ममता कालिया | कितने शहरों में कितनी बार – 2009 कल परसों के बरसों – 2011 |
नरेंद्र कोहली | स्मृतियों के गलियारे से – 2012 |
विश्वनाथ त्रिपाठी – | गंगा स्नान करने चलोगे – 2012 |
मधुरेश | आलोचक का आकाश |
सूची – IV
लेखक | प्रमुख संस्मरण और रेखाचित्र |
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ओम थानवी | अपने-अपने अज्ञेय – 2012 |
कृष्णा सोबती | हम हशमत |
दूधनाथ सिंह | लौट आओ धार – 1995 |
पदमलाल पुन्नालाल बख्शी | अंतिम अध्याय – 1972 |
कमलेश्वर | मेरा हमदम मेरा दोस्त |
भगवतीचरण वर्मा | अतीत के गर्त से |
मैथिलीशरण गुप्त | श्रद्धांजलि संस्मरण |
सुलोचना रांगेय राघव | पुन: – 1979 |
विष्णु प्रभाकर | यादों की तीर्थ यात्रा |
राजेंद्र यादव | औरों के बहाने |
अमृतलाल नागर | जिनके साथ जिया |
अज्ञेय | स्मृति लेखा |
विष्णु प्रभाकर | सृजन के सेतू |
काशीनाथ सिंह | याद हो कि न याद हो – 1992 |
गिरिराज किशोर | सप्तपर्णी |
सूची – V
लेखक | प्रमुख संस्मरण और रेखाचित्र |
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अमृतराय | जिनकी याद हमेशा रहेगी -1992 |
विष्णुकांत शास्त्री | सुधिंया उस चंदन के वन की – 1992 पर साथ-साथ चल रही याद – 2004 |
उपेंद्रनाथ अश्क | रेखाएं और चित्र – 1955 मंटो मेरा दुश्मन – 1956 ज्यादा अपनी कम पराई – 1959 |
विष्णु प्रभाकर- | कुछ शब्द कुछ रेखाएं – 1965 मेरे अग्रज मेरे मीत – 1986 |
राहुल सांकृत्यायन | बचपन की स्मृतियां – 1955 जिनका मैं कृतज्ञ – 1957 मेरे असहयोग के साथी |
रामकुमार वर्मा | संस्मरणो के सुमन – 1982 |
फणीश्वर नाथ रेणु | वन तुलसी की गंध – 1984 |
रामविलास शर्मा | पंचरत्न |
मोहन राकेश | समय सारथी |
शैलेश मटियाली | लेखक की हैसियत से |
नगेंद्र | चेतना के बिम्ब |
महादेवी वर्मा | अतीत के चलचित्र स्मृति की रेखाएं पथ के साथी |
रघुवीर सिंह | शेष स्मृतियां |
काशीनाथ सिंह | याद हो कि न याद हो – 1992 |
जगदीश चंद्र माथुर | दस तस्वीरें |
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